मस्तिष्काघात और हृदयाघात हमेशा आपात स्थिति होते हैं। लेकिन क्या आपको मस्तिष्काघात और हृदयाघात के संकेतों के बारे में पता है?
ज्ञान ही ताकत है। संकेतों और लक्षणों के बारे में सीखकर जीवन बचाएं, जब यह संकेत दिखें तो इसे पहचाने, और 911 पर मदद के लिए कॉल करें।
मस्तिष्काघात
- चेहरे पर अचानक सुन्नता और कमजोरी आना, हाथों या पैरों में, खासकर शरीर के एक हिस्से में
- अचनाक भ्रम की स्थिति उत्पन्न होना या बोली समझने में परेशानी होना
- अचानक एक या दोनों आंखों से देखने में परेशानी होना
- अचानक चलने में परेशानी, चक्कर आना, या नियंत्रण या समन्वय में कमी आना
- अचानक बिना किसी ज्ञात कारण के तीव्र सिरदर्द होना
हृदयाघात
- सीने में दर्द या बेचैनी होना
- चक्कर आना, जी मचलना, उल्टी आना
- जबड़े, गर्दन और पीठ में दर्द होना
- हाथों या कंधों में दर्द या बेचैनी होना
- सांस लेने में तकलीफ होना
जब आपको लगे कि किसी को मस्तिष्काघात या हृदयाघात हो रहा है, तो इंतजार न करें। तुरंत 911 पर कॉल करें। आपातकालीन चिकित्सा सेवा पेशेवरों को मस्तिष्काघात और हृदयाघात पहचानने का प्रशिक्षण दिया जाता है और मरीज को जल्द अस्पताल पहुंचाने का भी। इन चिकित्सा आपातकालों का इलाज किया जा सकता है और जितनी जल्दी मरीज को इलाज मिलेगा, उतनी जल्दी मरीज अपने घर, परिवार और रोज की दिनचर्या में वापस जा सकेंगे।